Skip to content

सदा ...

सदा

मेरी आँखों में सदा छवि रही तेरी
मेरे दिल में सदा प्रीत रही तेरी

मेरी साँसों में सदा खुशबु रही तेरी
मेरे जिस्म में सदा आत्मा रही तेरी

तुझमें समां हूँ तो हर समां खूबसूरत है
तू नहीं साथ तो नहीं लगती जीने की जरूरत है

-अंकित

Comments