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ये ज़िन्दगी !!!

ये ज़िन्दगी !!!

कभी साथ निभाना है,
कभी चलते अकेले जाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी इंतज़ार में दिन बिताना है,
कभी शाम का मंज़र सुहाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी दोस्ती बढ़ाना है,
कभी रंजिशें भुलाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी ख़ुशी का खजाना है,
कभी घमों का छुपाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी महबूब का मनाना है,
कभी खुद से रूठ जाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी बारिश में भीग जाना है,
कभी धुप में नहाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी बहु की अगुवाई है,
कभी बेटी की विदाई है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी नए खून का आना है,
कभी बड़े बूढों का जाना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी थमता नया ज़माना है,
कभी बदलता वक़्त पुराना है,
ये ज़िन्दगी ...

कभी बच्चे को चलना सिखाना है,
कभी दादा को पलंग तक ले जाना है,
ये ज़िन्दगी ..

कभी हँसना हँसाना है,
कभी कठिन सा ताना बना है,
ये ज़िन्दगी ...

ईश्वर का खिलौना है,
सुख दुःख का बिछौना है,
ये ज़िन्दगी ...

-अंकित.

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