दोस्ती
दोस्ती¶
रिश्तों को निभाना पड़ता है
दोस्ती खुद निभ जाती है
समय के साथ:
रिश्ते बिखर से जाते हैं
और दोस्त उभर से जाते है
तो दोस्तों से रिश्ता नहीं होता यारा
दोस्ती बस प्यार की वो मंजिल है
जिसमें हीर-रांझा का किरदार नहीं मिलता
सुदामा को कृष्ण पर अधिकार मिलता है।
-अंकित.