अब
मैजिक मेरे लिए मेरा बेटा था और मुझे उसके जाने से जो दर्द है, वो लोगों को समझ ही नहीं आता।
दो दिन पहले किसी ने बोला - "अब तो आपको आगे बढ़ना होगा, दो सप्ताह हो गए हैं।"
यदि किसी का रिश्तेदार गुज़र जाए, तो भी दो सप्ताह में कोई नहीं कहता कि आगे बढ़ना होगा। ऐसे लोगों के लिए वो एक कुत्ता मात्र है और मेरे लिए कुत्ते इंसानों से बेहतर हैं। बुरा लगा लेकिन कुछ बोला नहीं और कविता में अपने भाव लिख लिए।
अब¶
जब कुछ बोले बिना ही तुम्हारे हर अहसास कोई समझ जाए,
जब बिना किसी शिकायत के तुम्हारा हमसफर कोई बन जाए।
जब तुम्हारी हर खुशी हर मुस्कान से कोई बेइंतहां इत्मिनान पा जाए,
जब तुम्हारे हर दुख हर आंसू से कोई अंदर तक तिलमिला जाए।
जब तुम्हारी हर आहट भर से कोई बहुत सुकूँ पा जाए,
जब बस तुम्हारी खुशबू भर को कोई अपने जश्न का कारण बना जाए।
केवल और केवल तब तुम समझोगे दर्द मेरा,
जब तुम्हारे जीवन में ये सब "अब" से "फिर ना जाने कब?" हो जाए।
-अंकित.
Now¶
When your every unspoken feeling is known without a word,
When a soul becomes your companion, no complaint ever heard.
When your every joy, your smile, grants someone boundless calm,
When your every sorrow, every tear, makes their heart bleed a psalm.
When your faintest whisper brings solace like a prayer,
When your mere fragrance becomes the anthem of their air.
Then and only then, will you grasp this ache of mine —
When "now" in your life turns to "when will it be again?" with time.
Ankit.