ठीक है
ठीक है¶
गिले शिकवे ठीक हैं, रूठना मनाना ठीक है;
नहीं ठीक हर रिश्ते का निभाना लेकिन।
जिस से महसूस हो पीड़ा हर पल,
उस रिश्ते का मिट जाना ठीक है।
करीबी की मोहताज नहीं दोस्ती हमारी,
कभी तुम्हारा कभी हमारा याद कर लेना ठीक है।
-अंकित.
गिले शिकवे ठीक हैं, रूठना मनाना ठीक है;
नहीं ठीक हर रिश्ते का निभाना लेकिन।
जिस से महसूस हो पीड़ा हर पल,
उस रिश्ते का मिट जाना ठीक है।
करीबी की मोहताज नहीं दोस्ती हमारी,
कभी तुम्हारा कभी हमारा याद कर लेना ठीक है।
-अंकित.