जीवन का मोड़ ...
जीवन का मोड़¶
ज़िन्दगी की राह बदलती लगती पलपल है
जीवन के इस मोड़ पर मिला एक घना जंगल है
ओह! मन के मन्दिर में सीमित जब संदल है
चाह की उड़ान लगती बहुत चंचल है
मन में मेरे होने लगी एक अजीब हलचल है
आज फिर मेरी विचारधारा में कलकल है
ज़िन्दगी की राह बदलती लगती पलपल है
जीवन के इस मोड़ पर मिला एक घना जंगल है
-अंकित