जन्मदिन पर दोस्तों की यादें
जन्मदिन पर दोस्तों की यादें¶
साल अभी तीन है बाकी पचास का होने को,
फिर भी बड़ा हुआ शोर लेकर मेरे जन्मदिन को।
यादों का सैलाब कुछ आया ऐसे,
वक्त से चुरा लिए हों तीन दशक जैसे।
तुम सभी के साथ को फिर मन यूं तरसा,
आंखों से बस यूं ही बिन मौसम पानी बरसा।
दोस्त तो कहने के लिए बहुत बनते हैं,
तुम जैसे लेकिन दुनिया में कहीं नहीं मिलते है।
नहीं मिलते इसका गम नहीं मुझको,
जब चाहूं पलक मूंद देख लूं मैं तुम सबको।
शुक्रिया इन प्यारी दुआओं का यारों
आज भी तुम सभी से है बहुत प्यार सालों।
-अंकित.