जगह
जगह¶
पलक आंख की झपकती है, आहट जगह बना रही है ...
ख्वाहिशों कि बस्ती है,हकीकत जगह बना रही है ...
दीवानों की मस्ती है, मेहनत जगह बना रही है ...
हर अहसास की हस्ती है, मुहब्बत जगह बना रही है ...
कीमत बहुत जान की सस्ती है, जन्नत जगह बना रही है ...
छोटी जीवन की कश्ती है, मुस्कराहट जगह बना रही है ...
-अंकित